जन्मदिन विशेष: 2014 की सक्सेस को समझने के लिए कहानी 1987 से शुरू करनी पड़ेगी

0

नई दिल्ली- देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आज 73वां जन्मदिन है। भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन को ‘सेवा पखवाड़े’ के रूप में मनाया जाएगा। इसके अलावा भाजपा की अलग-अलग इकाइयों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्मदिन मनाने के लिए अलग-अलग योजनाएँ बनाई है।

कार्यकर्ता से देश का प्रधानमंत्री बनने का गौरव

आज हम इस खास मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुछ अनसुने किस्सों से आपको अवगत कराएंगे। कैसे नरेंद्र मोदी ने RSS के सदस्य से लेकर नव निर्माण आंदोलन में शामिल होने तक का सफर पूरा किया… कैसे नरेंद्र मोदी ने लाल कृष्ण आडवाणी की सोमनाथ-अयोध्या रथ यात्रा के आयोजन में अहम भूमिका निभाने से लेकर कई राज्यों में भाजपा के प्रभारी बनने का तमगा हासिल किया… कैसे नरेंद्र मोदी ने गुजरात का मुख्यमंत्री बनने से लेकर देश का प्रधानमंत्री बनने का गौरव हासिल किया।

पुरानी सियासी परंपराओं को बदलना था

नरेंद्र मोदी के लिए एक साधारण कार्यकर्ता से देश के प्रधानमंत्री बनने तक का सफर आसान नहीं था। बात साल 1987 की है, जब अहमदाबाद में नगर निगम के चुनाव हो रहे थे। इस दौरान नरेंद्र मोदी और अमित शाह जमीनी स्तर पर पार्टी को मजबूत बनाने में दिन-रात लगे हुए थे। शाह और मोदी ने जैसे नगर निगम के उस चुनाव में पुरानी सियासी परंपराओं और आंकड़ों को बदलने का पूरा जिम्मा अपने कंधों पर उठा लिया था।

शाह-मोदी और स्कूटर

वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने एक कार्यक्रम के दौरान उस चुनाव(अहमदाबाद नगर निगम चुनाव-1987) से जुड़ा एक किस्सा सुनाया था। राजदीप सरदेसाई के मुताबिक, नरेंद्र मोदी और अमित शाह अहमदाबाद क्षेत्र की प्रत्येक गली में स्कूटर पर बैठकर घूमते और जाकर देखते कि उनकी पार्टी यानी भाजपा के उम्मीदवारों के पोस्टर चिपके है या नहीं, अगर पोस्टर नहीं चिपके होते तो शाह और मोदी वहां भाजपा उम्मीदवारों के पोस्टर चिपकाते। उन्होंने यह भी बताया था कि शाह स्कूटर चलाते थे और मोदी पीछे बैठते थे। इस चुनाव में भाजपा ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी।

महासचिव, मुख्यमंत्री और देश की उम्मीद

साल 1987 में ही नरेंद्र मोदी को भाजपा की गुजरात इकाई का महासचिव नियुक्त किया गया था। साल 1990 में ही नरेंद्र मोदी को लाल कृष्ण आडवाणी की सोमनाथ-अयोध्या रथ यात्रा में अहम भूमिका निभाने का मौका मिला था। साल 1995 में नरेंद्र मोदी को भाजपा का राष्ट्रीय सचिव व साल 1998 में महासचिव (संगठन) बनाया गया था। 2001 में पहली बार नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री बने और साल 2013 में राजनाथ सिंह ने नरेंद्र मोदी को भाजपा का प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया था। फिर साल आया 2014, जब देश की जनता ने नरेंद्र मोदी को देश के प्रधानमंत्री के रूप में स्वीकार कर लिया था।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here